साढ़े तीन सौ मरीजों को मुफ्त में किया गया ईलाज,कान के मशीन भी दिए गए मुफ्त
पाकुड़ संवाददाता
पाकुड़: रविवार को प्रत्येक साल 3 मार्च को विश्व श्रवण दिवस मनाया जाता है।इस अवसर पर पाकुड़ शहर में पहली बार डीडीएच पाकुड़ द्वारा कान और नाक के मरीजों के लिए निःशुल्क जाँच शिविर का आयोजन किया गया.आयोजित शिविर में सैकड़ों मरीजों ने अपना जाँच कराया।कान और नाक के मशहूर चिकित्सक डॉक्टर अभिजीत चौधरी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया की विश्व हियरिंग डे पर पाकुड़ शहर में पहली बार निःशुल्क जाँच शिविर का आयोजन किया गया है।नाक और कान के लगभग साढ़े तीन सौ मरीजों की जाँच की गई है।कान के वैसे मरीज जिनका सुनने में बहुत ही दिक्क़त हो रही है उन्हें कान का मशीन भी मुफ्त में दी जा रही है।उन्होंने बताया डीडीएच पाकुड़ हमेशा से मरीजों को बेहतर सेवा प्रदान करने में विश्वास रखती है।वहीं डीडीएच के डाइरेक्टर मुस्ताक आज़ाद ने मीडिया कर्मियों को डीडीएच पाकुड़ के बारे में विस्तार से जानकारी दी।बताया डीडीएच धूलियान का एक शाखा है.डीडीएच हमेशा से सामाजिक क्षेत्र में काम बढ़ चढ़कर करते आ रही है।हमेशा डीडीएच धूलियान में निः शुल्क जाँच शिविर कराते आ रहे हैं. इसबार
पाकुड़ में पहली बार कान और नाक के मरीजों के लिए निःशुल्क जाँच शिविर लगाया गया है.लगभग साढ़े तीन सौ मरीजों का जाँच किया गया है।वैसे कान का मरीज जिनके बहुत ही कम या सुनाई नहीं पड़ रहे हैं उन्हें मुफ्त में कान की मशीन उपलब्ध कराये जा रहे हैं।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया मरीजों के हिसाब से यहाँ डॉक्टर की तैनाती की जा रही है। बहुत ही जल्द और भी मरीजों के निपुण चिकित्सक उपलब्ध कराये जायेंगे।श्री आज़ाद ने बताया की पाकुड़ चिकित्सा सुविधा के क्षेत्र में काफ़ी पिछड़ा है। इस लिए हम हर तरह के मरीजों को बेहतर सुविधा देंगे।थोड़ा तकनिकी असुविधा हो रही गई हम जल्द दूर करने का प्रयास भी करेंगे।वहीं डॉक्टर अभिजीत चौधरी ने आमलोगों से अपील की है की कान के मैल को हटाने के लिए रुई के फाहे,ईयर पिक,पेन या उंगलियों का उपयोग करना कई प्रकार से हानिकारक हो सकता है,इससे सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है इस लिए अपने कान में इस तरह का प्रयोग न करें।जब भी कान में मैल जमा होने का आभास हो तो चिकित्सक से परामर्श लें।